अगर आपके घर में अभी तक शौचालय नहीं है, तो अब चिंता की कोई बात नहीं है। सरकार ने ग्रामीण परिवारों के लिए ‘स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण)’ के तहत एक योजना चलाई है, जिसमें शौचालय बनवाने पर ₹12,000 तक की मदद दी जाती है। इसका सीधा फायदा आपको मिलेगा, बस आपको इस योजना के तहत रजिस्ट्रेशन करना होगा।
ये योजना खासतौर पर उन परिवारों के लिए है जो BPL, महिला मुखिया, अनुसूचित जाति, दिव्यांग, भूमिहीन या सीमांत किसान हैं। अगर आप इनमें से किसी श्रेणी में आते हैं, तो आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और शौचालय बनने के बाद आपको यह राशि सीधा आपके बैंक खाते में मिल जाएगी।
Sauchalay Yojana 2025 के बारे में ज़रूरी जानकारी
- योजना का नाम: ग्रामीण व्यक्तिगत शौचालय योजना (IHHL)
- चलाई जा रही है: स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण), भारत सरकार
- लाभ राशि: ₹12,000 तक
- लाभ कैसे मिलेगा: शौचालय बनवाने के बाद डायरेक्ट बैंक खाते में DBT के जरिए
कौन-कौन आवेदन कर सकते हैं?
- परिवार के पास शौचालय न हो
- BPL या APL परिवार
- महिला मुखिया, अनुसूचित जाति/जनजाति
- दिव्यांग, भूमिहीन, सीमांत किसान
आवेदन करने के लिए ज़रूरी दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- परिवार पहचान पत्र (PPP)
- बैंक पासबुक
- राशन कार्ड
- जाति प्रमाणपत्र (अगर लागू हो)
- ज़मीन से जुड़े प्रमाण (अगर लागू हो)
Sauchalay Yojana Registration कैसे करें?
- sbm.gov.in वेबसाइट पर जाएं
- “DBT Citizen Registration” पर क्लिक करें
- मोबाइल नंबर से रजिस्ट्रेशन करें
- लॉगिन करके फॉर्म भरें और डॉक्यूमेंट अपलोड करें
- शौचालय बनवाने के बाद आपको ₹12,000 की सहायता राशि मिलेगी
अगर आपको आवेदन करने में कोई दिक्कत आए या वेबसाइट खुलने में परेशानी हो तो आप अपने नजदीकी पंचायत या ब्लॉक कार्यालय से भी मदद ले सकते हैं।
इस योजना का लाभ उठाएं और अपने घर को स्वच्छ बनाएं।
ज़रूरी लिंक

Shubham Kumar currently works in a government position at the block level in his district, where he actively contributes to the administration and public service delivery. Alongside his official duties, he is also a passionate blogger with a deep interest in sharing reliable and up-to-date information on jobs, education, scholarships, and government schemes. His mission is to empower his readers with accurate knowledge, enabling them to make informed decisions, achieve their goals, and lead meaningful lives.