जी हाँ अपने सही सुना, बिहार के 17 हजार किसानों के लिए बुरी खबर है। क्यूकी इनकी एक गलती के कारण इनके अकाउंट में Pm Kisan किसान सम्मान निधि के पैसे पर रोक लग सकती है।
क्या है पूरा मामला
खरीफ वर्ष 2024-25 में जिले में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना एवं बीज वितरण की जॉच की गई है। जिस्म बहुत से जानकारी निकल कर आई है। और अधिकारियों द्वारा बहुत से जानकारी भी दी गई है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की जानकारी
विवरण | आंकड़े |
---|---|
कुल किसान निबंधित | 4,15,421 |
ई-केवाइसी करा चुके किसान | 3,98,181 (96%) |
ई-केवाइसी नहीं करा चुके किसान | 17,240 (4%) |
बैंक खाते को आधार से लिंक करा चुके लाभुक | 3,93,722 |
बैंक खाते को आधार से लिंक नहीं करा चुके लाभुक | 20,772 |
आधार के अनुसार नाम में सुधार के लिए लाभुक | 660 |
अधिकारियों ने दी पूरी जानकारी
भूपेंद्र मणि त्रिपाठी जी जो प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के जिला कृषि पदाधिकारी है उन्होंने बताया कि जिले में कुल 4 लाख 15 हजार 421 किसान निबंधित हैं।
इसमें 3 लाख 98 हजार 181 यानी 96 फीसदी किसानों ने ई-केवाइसी करा लिया है। वहीं 4 फीसदी यानी 17 हजार 240 किसानों ने अब तक ई-केवाइसी नहीं कराया है।
जबकि चार लाख 14 हजार में से तीन लाख 93 हजार 722 लाभुकों ने बैंक खाते को आधार से लिंक करा लिया है। जबकि अभी भी 20 हजार 772 लाभुकों ने आधार सीडिंग नहीं कराया है। वहीं 660 लाभुकों का आधार के अनुसार नाम में सुधार करना है।ऽ
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त जून के अंतिम सप्ताह अथवा जुलाई के प्रथम सप्ताह में आ सकती है। जिसे आप pmkisan के आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर चेक कर सकते है।
कैसे करें e-KYC
e-KYC करने के लिए, आप PM किसान पोर्टल या CSC पर जा सकते हैं।
Importnat link
Join Telegram | Click Here |
Google News | Click Here |
ये भी पढ़े:
2024 में Blogging शुरू करने से पहले जाने ये 5 ज़रूरी बात
Aadhar Card Update: इस तरीक़े से शादी के बाद आधार कार्ड में बदलवाएं अपना सरनेम
Shubham Kumar is a passionate blogger with a deep interest in providing the latest information on jobs, education, scholarships, and government schemes. His mission is to empower his readers with the knowledge they need to achieve their goals and lead fulfilling lives.